Makar Sankranti 2025 : बिहार की राजधानी पटना मे मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025) को लेकर पटना जिला प्रशासन की तरफ से कुछ जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं. पटना पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार और पटना डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि मकर संक्रांति के अवसर पर पटना जिला प्रशासन द्वारा माफ डंडों के अनुसार सभी प्रशासनिक व्यवस्थाएं की गई हैं.
जिसमें 29 घाटों पर 50 दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई है. इस दौरान पेट्रोलिंग के लिए स्पेशल टीम की गठन की गई है. साथी वाच टावरों से भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी. जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति के अवसर पर 14 और 15 जनवरी को गंगा नदी में नाव के परिचालन पर रोक लगाई है.
नदी और घाटों पर SDRF की टीम रहेगी

जिला प्रशासन ने अलग-अलग अनुमंडल में स्थित घाटों को 7 सेक्टर में बांटा गया है. और वहां पर एसडीआरएफ (SDRF) की टीम को तैनात किया गया है. प्रशासन के द्वारा प्रत्येक टीम में गोताखोरों और जवानों को दो-दो मोटर वोट के साथ आवश्यक संसाधन दिए गए हैं. साथी एसडीआरएफ (SDRF) की एक टीम को आपात स्थिति के लिए रिजर्व रखा गया है. और सभी अंचल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के नदियों और तालाबों (Makar Sankranti 2025) पर लाइफ जैकेट के साथ नविको एवं गोताखोरों को तैनात रखने का निर्देश दिया गया है.
अशांति फैलाने वालों पर करी नजर
पटना में मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025) के दिन गंगा नदी के अलग-अलग घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी है. श्रद्धालु अपने-अपने परिवार के सदस्यों के साथ स्नान करने के लिए आते हैं. पटना के कुछ घाटों पर ज्यादा भीड़ होने की संभावना है जिसको देखते हुए पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह और पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घाटों पर प्रशासन जो द्वारा विशेष सतर्कता बरती जाएगी. मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025) पर गंगा स्नान के दौरान असामाजिक तत्व और अशांति फैलाने वालों पर प्रशासन द्वारा करी नजर रखी जाएगी. इतना ही नहीं अगर ऐसा करते कोई पकड़ा जाता है तो उनके ऊपर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.
नदियों में नाव के परिचालन पर रहेगी रोक

जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025) के अवसर पर काफी संख्या में लोग गंगा नदी में नाव पर आवागमन करते हैं. जिस वजह से गंगा नदी में स्नान कर रहे श्रद्धालुओं को असुविधा होती है. देखा जाता है कि इस दौरान अप्रशिक्षित नाविक भी नव का परिचालन करने की कोशिश करते हैं. इन नावों पर सुरक्षा के उपकरण भी मौजूद नहीं होते हैं. जिसको देखते हुए प्रशासन ने मकर संक्रांति पर नाव के परिचालन पर रोक लगा दी है.
उन्होंने कहा कि नाव के परिचालन पर रोक लगाए जाने के लिए एसडीआरएफ (SDRF) और एनडीआरएफ (NDRF) की टीम के द्वारा नदी में गस्ती की जाएगी. नदी में गश्ती टीम सुनिश्चित करेगी की नदी में कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी तरह की कोई भी गड़बड़ी ना कर पाए. और नदी में कोई भी नाव अनधिकृत रूप से ना चले. गंगा नदी में स्नान करने वालों की सुरक्षा और डूबने जैसी घटनाओं की स्थिति में बचाव करने के लिए हर गश्ती दल में गोताखोर भी मौजूद रहेंगे
जिलाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारीयों और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को भी स्थिति पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं. अगर आपको किसी भी तरह की संदिग्ध स्थिति नजर आती है. तो इसकी जानकारी के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 0612-2219810/2219234 पर सूचना दे सकते हैं. इसके अलावा किसी भी तरह की आपातकाल स्थिति में 061-2210118 एवं आपात नंबर 112 पर सूचना दे सकते हैं.
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