Port Blair New Name: देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि की है कि पोर्ट ब्लेयर (Port Blair) का नाम बदलकर अब श्री विजय पूरम कर दिया गया है. दरअसल ये फैसला ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए लिया गया है.
भारत सरकार ने अंडमान और निकोबार (Andaman and Nicobar) दीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर (Port Blair) का नाम बदलने से पहले 2018 में यह देखा गया था कि जब पीएम मोदी(PM Modi) ने अंडमान- निकोबार का दौरा किया था तब उन्होंने हैवलॉक द्वीप, नील द्वीप और राँस द्वीप का नाम बदलने की बात कही थी, जहां हैवलॉक द्वीप को स्वराज द्वीप, नील द्वीप को शहीद द्वीप और रॉस द्वीप को नेताजी सुभाष चंद्र द्वीप के नाम से जाना जाएगा.
गृह मंत्री ने किया ऐलान
गृह मंत्री अमित शाह ने इस बात का ऐलान करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा कि देश को गुलामी के सभी प्रशन से मुक्ति दिलाने के लिए पीएम मोदी के संकल्प से प्रेरित होकर आज पोर्ट ब्लेयर (Port Blair) का नाम बदलकर विजय पुरम करने का फैसला लिया गया है. यह नाम हमारे स्वाधीनता के संघर्ष और इसमें अंडमान और निकोबार के योगदान को दर्शाता है. आपको बता दे कि यह द्वीप नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा सबसे पहले तिरंगा फहराने से लेकर सेल्यूलर जेल में वीर सावरकर और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा मां भारती की स्वाधीनता के लिए संघर्ष का स्थान है.
पहले भी बदले जा चुके हैं नाम
यह कोई पहली बार नहीं है इससे पहले भी देश के कई स्थलों का नाम बदला जा चुका है. मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान कई जगह के नाम में बदलाव किया है. इससे पहले राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया. साथ ही साथ कई बड़ी हस्तियां और विरासत को दर्शाने के लिए अन्य विश्वविद्यालय और सड़कों के भी नाम बदले गए जिसमें इलाहाबाद को अब प्रयागराज के रूप में जाना जाता है. वहीं फैजाबाद अब अयोध्या, गुड़गांव को गुरुग्राम, मुगलसराय जंक्शन को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया.