भारत बंद (Bharat Bandh) का असर बिहार की राजधानी पटना में देखने को मिला, जहां उग्र प्रदर्शन करने वाले लोगों को शांत करने पहुंचे एसडीम पर ही कुछ पुलिस वालों ने लाठियां बरसा दी. इसके बाद तो एसडीएम साहब पूरी तरह से तमतमा गए. बाद में फिर जवानों ने उनसे माफी मांगी और कहा कि उनसे यह अनजाने में हो गया है.
दरअसल जब प्रदर्शनकारियों का उत्पात तेज हो गया और उन्होंने निजी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया और गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे. इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला. भारत बंद (Bharat Bandh) पर प्रदर्शन करने वालों पर लाठी चार्ज करना शुरू कर दिया.
गलती से पिट गए SDM साहब
दरअसल एसडीएम साहब भारत बंद (Bharat Bandh) पर प्रदर्शनकारियों के सामने जाकर ठेले पर जनरेटर बंद करवा रहे थे, तभी कुछ पुलिस जवानों ने बिना कुछ देखे समझे उन पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया. दरअसल गलती से जवान उन्हें भी प्रदर्शनकारी समझ बैठे. हालांकि वहां मौजूद सीनियर पुलिस पदाधिकारी जो एसडीएम साहब को पहचानते थे, उन्होंने तुरंत लाठी चार्ज करने वाली सिपाहियों को रोका, तब तक एसडीएम साहब को काफी लाठियां लग चुकी थी.
गौरतलब है कि पटना में इस भारत बंद (Bharat Bandh) को लेकर पहले से ही प्रशासन तैयारी कर चुकी थी और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था. डाक बंगला चौराहे पर एक बैरिकेडिंग भी रखी गई थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही इसका उल्लंघन किया तो उन पर पुलिस वालों ने लाठी बरसाना शुरू कर दिया.
प्रदर्शनकारियों ने रखी ये मांग
आपको बता दे कि पटना में भारत बंद (Bharat Bandh) के दौरान उपद्र कर रहे प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने सख्ती दिखाई और उन पर लाठी चार्ज किया. इस कारण वहां भगदड़ की स्थिति हो गई. भारत बंद (Bharat Bandh) के दौरान पटना के डाक बंगला चौराहा पर यह देखा गया कि डीजे और ठेले के साथ प्रदर्शनकारियों का हुजूम पहुंचा. प्रदर्शन करने वाले लोगों की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के लिए न्याय और समानता की मांग है. हालांकि प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय जनता दल, विकासशील इंसान पार्टी सहित कई दलों ने भी अपना समर्थन पेश किया.