पटना से लगभग 30 कि.मी. पश्चिम, मनेर में है 400 साल पुराना इमारत जो की मनेर दरगाह के नाम से प्रचलित हैं|
इब्राहिम खान काकर ने मखदूम शाह दौलत की याद में, यह मकबरा बनवाया जो 1616 मे बनकर तैयार हुआ।
यहाँ एक गुप्त मार्ग है जिसे अब लोहे से बंद कर दिया गया है |
ऐसा मानना है कि इस गुप्त रास्ते से जो भी अंदर जाता है, वो फिर कभी बाहर नहीं आता| वास्तविकता चाहे जो रहे पर यहां आने वाले इस गुप्त रास्ते . को जरूर देखते हैं|
इस दरगाह के सामने एक तालाब भी है, जो इसकी खूबसूरती को . . बढ़ाता है|
इस तालाब की एक खास बात यह है कि इसका पानी कभी सूखता नहीं है, आप हमेशा इसकी खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
मनेर दरगाह पर हर साल मेला लगता है. जिसे लोग उर्स महोत्सव के नाम से जानते हैं.
मनेर दरगाह पर हर साल मेला लगता है. जिसे लोग उर्स महोत्सव के नाम से जानते हैं.