Bihar Flood: 50 साल बाद कोसी ने मचाया हाहाकार, उत्तर बिहार के लोग घर बार छोड़ने को मजबूर

Bihar Flood: बिहार के अधिकांश जगहों पर इस वक्त देखा जाए तो बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है और जिस तरह से कोसी नदी ने रौद्र रूप धारण किया है. उसके बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उत्तर बिहार अब पूरी तरह से डूबने वाला है जिसे लेकर अब लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की चेतावनी भी दी जा रही है. अब बिहार (Bihar Flood) के लोगों के पास अपना घर बार छोड़ कर जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है.

सबसे हैरानी की बात तो यह है कि पिछले 50 सालों में कोसी नदी (Kosi Nadi) में इतना पानी कभी नहीं देखा गया था जितना कि इस बार देखने को मिल रहा है. इस वक्त बिहार में गंगा नदी (Ganga River) के साथ-साथ कोसी नदी भी उफान पर है, जिस वजह से राज्य में तबाही मची हुई है.

कोसी नदी ने तोड़ दिया 50 साल का रिकॉर्ड

आपको बता दे कि बिहार (Bihar Flood) में गंगा और कोसी नदी ने मिलकर पूरी तरह से कोहराम मचा दिया है. पहले से ही बिहार के लगभग 13 जिले बुरी तरह गंगा के बढ़ते जलस्तर की चपेट में आ गए और अब धीरे-धीरे कोसी नदी में भी वृद्धि नजर आ रही है, जिसके बाद माना जा रहा है कि उत्तर बिहार और सीमांचल भी जलमग्न हो सकते हैं. यही वजह है कि लोगों के बीच हाहाकार मचा हुआ है.

2008 में जब कुशवाहा बांध टूटा था तो उस वक्त 2 से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था और उसी ने बांध को तोड़ दिया था. इस बार नेपाल में लगातार बारिश होने के कारण कोसी बराज से 5.5 क्यूसेक से भी ज्यादा पानी छोड़ा जा चुका है, जिसके बाद हालत गंभीर है.

कई जिलों में अलर्ट जारी

इस वक्त देखा जाए तो बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बिहार (Bihar Flood) के कई जिलों में पहले से ही लोगों को अलर्ट जारी कर दिया गया है, क्योंकि अभी भी कई जगहों पर मध्यम बारिश की चेतावनी दी गई है. इस वक्त पश्चिम और पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिले में भारी बारिश होने की संभावना है. लगातार बारिश के कारण नेपाल में कम से कम अभी तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है और 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं. यही वजह है कि अब लोगों के लिए स्थिति धीरे-धीरे विकराल होती जा रही है.

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