हाथरस भगदड़: उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras Stampede) से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है, जहां रतीभानपुर में भगवान शिव के सत्संग के समापन के बाद ऐसी भगदड़ मची कि 50 से 60 लोगों की मौत इस घटना में अभी तक हो चुकी है. इस मामले के बारे में बताया जा रहा है कि यह एक तरह का निजी कार्यक्रम था, जिसके लिए लोगों ने एसडीएम से अनुमति भी ली थी.
इस वक्त देखा जाए तो लगातार भगदड़ (Hathras Stampede) मचने के बाद लोगों के मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है और अस्पताल के बाहर शवों का ढेर लगा हुआ है. इस मामले में ज्यादा महिलाएं और बच्चे घायल हुए हैं, जिस पर संज्ञान लेते हुए अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंच कर उनके उपचार करने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
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Hathras Stampede में मरने वालों का बढ़ता जा रहा आंकड़ा
सत्संग (Hathras Stampede) में भगदड़ के बाद यह बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या 50 से 60 हो गई है, जिसमें 25 महिला और दो पुरुष है. यह भी कहा जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि लगातार घायल लोग अस्पताल लाए जा रहे हैं. इस पूरे मामले को लेकर एक महिला ने बताया है कि हम दर्शन करने आए थे, वहां पर बहुत ज्यादा भीड़ थी. जब भगदड़ मची तो शायद उनका बच्चा भीड़ के नीचे आ गया, इसी दौरान कई लोगों की मौत भी हो गई. ऐसे- ऐसे कई मासूम इस घटना की चपेट में आ गए हैं और उनकी मौत हो गई है.
इस वजह से मची भगदड़
आपको बता दे कि दोपहर हाथरस (Hathras Stampede) के नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी. हालांकि जितने लोगों की परमिशन प्रशासन से ली गई थी, उससे कहीं ज्यादा लोग वहां पहुंच गए. इसी बीच वहां भगदड़ मच गई जिसमें कई की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि जैसे सत्संग खत्म हुआ लोग एक साथ बाहर की ओर निकले तो भगदड़ मच गई. पास में एक नाला था. भगदड़ के बाद लोग नाले में एक के बाद एक ऊपर गिरते चले गए. जब लोग घंटे 2 घंटे दबे रहे तो उनकी मौत हो गई.