ब्रिटेन के चुनाव में हारे Rishi Sunak, नए पीएम बने Keir Starmer

On: Friday, July 5, 2024 7:06 PM
Rishi Sunak

UK Elections 2024: इस वक्त देखा जाए तो ब्रिटेन में आम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, जहां ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को पीछे छोड़ते हुए किएर स्टार्मर की लेबर पार्टी ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की है और आखिरकार लेबर पार्टी का 14 वर्ष का वनवास खत्म हुआ. लगभग 14 साल तक विपक्ष में लेबर पार्टी बैठी रही. इसके बाद सत्ता में उनकी वापसी हुई है. 650 सीटों के लिए हुए आम चुनाव में से 641 सीटों के नतीजे आ चुके हैं, जहां लेबर पार्टी को 410 सीटों पर जीत मिली है.

वही ऋषि सुनक (Rishi Sunak) की अगुवाई में कंजरवेटिव पार्टी मात्र 119 सीटें ही जीत सकी. इसके बाद उन्होंने अपने पार्टी की हार स्वीकार करते हुए चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली है. ऋषि सुनक के अलावा इस चुनाव में भारतीय मूल के कई उम्मीदवार मैदान में थे जिन में प्रीति पटेल, कनिष्क नारायण, नवेंदु मिश्रा, शिवानी राजा, तन मनजीत सिंह ढेसी जैसे कई लोगों का नाम शामिल है.

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ये है ब्रिटेन के नए पीएम

ब्रिटेन के नए पीएम बने स्टार्मर एक ब्रिटिश राजनेता होने के साथ-साथ एक वकील भी है. वह बेहद ही मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं जो कुल चार भाई बहन है. उन्होंने ऑक्सफोर्ड से अपनी पढ़ाई की है, जिनकी कुल संपत्ति 82 करोड़ से भी ज्यादा की बताई जाती है. दरअसल 2021 और 2022 में सांसद के तौर पर इन्हें वेतन मिलते रहा और विपक्ष नेता के रूप में भी उन्हें अतिरिक्त पैसे मिले थे. वहीं भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak) की बात करें तो संपत्ति के मामले में वह नए पीएम से आगे है जिनकी कुल संपत्ति 1287 करोड रुपए है, जहां अब शुक्रवार को ब्रिटेन के नए पीएम प्रधानमंत्री का पद संभाल सकते हैं.

Rishi Sunak ने लिया यह फैसला

इस परिणाम के आने के बाद ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने ये बयान दिया है कि वह पार्टी नेता के पद से भी हट जाएंगे. तुरंत नहीं लेकिन उनके औपचारिक उत्तराधिकारी की व्यवस्था होने के बाद वह इस पद को छोड़ देंगे, ताकि विपक्ष में वह अपनी भूमिका पेशेवर रूप से निभाएं. आपको बता दे की अपनी दौलत की वजह से ऋषि सुनक हमेशा निशाने पर रहे.

विपक्ष की अगर बात छोड़ दे तो खुद की पार्टी के लोग भी उन पर आरोप लगाते थे की सुनक इतने दौलतमंद है कि उनका आम लोगों से कोई सरोकार ही नहीं. आम जनता भी उनसे जुड़ाव महसूस नहीं करती. हालांकि चुनाव के नतीजे ने कहीं ना कहीं इन बातों को सच साबित कर दिया.

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