Patna Coaching Institute: दिल्ली के आईएएस स्टडी सर्किल राऊज कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जल भराव के कारण यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई, जिसके बाद अब बिहार की राजधानी पटना में भी इसे लेकर खूब सख्ती नजर आ रही है. पटना प्रशासन ने राजधानी के कई बड़े-बड़े कोचिंग इंस्टिट्यूट (Patna Coaching Institute) की जांच पड़ताल की और सभी आवश्यक कागजात मांगे. कुछ कोचिंग संस्थान के संचालक मौके पर सभी कागज नहीं दे पाए. वहीं कुछ ऐसे थे जो पहले ही ताला लगाकर गायब हो गए.
अब प्रशासन ने राजधानी में चल रहे 138 कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई की है और इन पर ताला लगाने की बात कही है. साथ ही साथ प्रशासन इन पर 25000 से 1 लाख तक का जुर्माना लगाने की तैयारी में नजर आ रही है. प्रशासन के जांच में यह पाया गया है कि यह जो 138 कोचिंग सेंटर थे वह बिना रजिस्ट्रेशन के यूं ही चलाई जा रही थी जहां पर छात्रों के सुरक्षा के साथ पूरी तरह खिलवाड़ हो रहा था. अनुमंडल पदाधिकारी को इस तरह की कोचिंग के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया गया है. साथ ही साथ अभी भी 340 ऐसे कोचिंग सेंटर (Patna Coaching Institute) है जिनकी जांच करना बाकी है.
7 टीम Patna Coaching Institute की कर रही जांच
पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने जांच के दौरान यह पाया कि जो भी कोचिंग संस्थान है, वह सरकार के तय मानको पूरा नहीं कर पा रहे हैं, जिसके बाद इन कोचिंग पर ताला लगाने का फैसला लिया गया है. इस पूरे मामले के बाद बीते दिनों यह देखा गया था कि रजिस्ट्रेशन के लिए पटना (Patna Coaching Institute) जिले में 936 आवेदन आए हैं और कुल 413 आवेदन पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है. वही 339 लंबित आवेदनों की जांच बहुत ही जल्द करने का आदेश दिया गया है.
साथ ही साथ जिन कोचिंग सेंटर (Patna Coaching Institute) पर ताला लगा है उस पर भी निगरानी हो रही है कि कहीं अवैध ढंग से संचालन न किया जाए. अगर ऐसा करता पाया गया तो उस पर भी कार्रवाई होगी. जिला प्रशासन द्वारा इसकी जांच करने के लिए सात टीमें बनाई गई है जिसमें 6 अनुमंडल स्तरीय और एक जिला स्तरीय टीम शामिल है.
इन नियमों का करना होगा पालन
कोचिंग सेंटर (Patna Coaching Institute) अगर तय मानको के अनुसार नहीं है तो उस पर कार्रवाई हो रही है. निगरानी के वक्त यह देखा जा रहा है कि कोई भी कोचिंग संस्था का क्षेत्रफल एक वर्ग मीटर या फिर इससे ज्यादा का है या नहीं जो की अनिवार्य है. साथ ही साथ कोचिंग संस्थान में एंट्री एग्जिट पर किसी तरह की रोक नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा कोचिंग में फायर सिक्योरिटी के मानकों का पूरी तरह से पालन होना चाहिए जिसके लिए संचालकों को तीन मौके दिए जाएंगे.
अगर तीसरी बार में भी पालन नहीं होगा तो फिर उनका रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया जाएगा जो भी 339 आवेदन को लंबित किए गए हैं उनकी जांच पूरी करने के बाद रजिस्ट्रेशन समिति की बैठक बुलाई जाएगी. इसके बाद फैसला होगा. 27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर की कोचिंग सेंटर (Patna Coaching Institute) के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण तीन छात्रों की मौत हो गई जिसके बाद पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है.