Vaishno Devi Helicopter Service: हर साल माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) के दरबार में दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं. वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो चाह कर भी नहीं पहुंच पाते हैं, क्योंकि यातायात के सही साधन नहीं होने के कारण उन्हें अपनी यात्रा को कैंसिल करना पड़ जाता है, लेकिन इस वक्त तीर्थ यात्रियों के लिए एक बहुत बड़ी सुविधा सामने आई है. बताया जा रहा है कि जम्मू से मंदिर तक सीधी हेलीकॉप्टर सेवा 25 जून से शुरू कर दी गई है.
यह सेवा रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर स्थित प्रसिद्ध मंदिर की यात्रा के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आधार शिविर कटरा और मंदिर के पास सांझी छत के बीच मौजूदा हेलीकॉप्टर मार्ग की पूरक है, जो एक तरफ की यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति 2100 रुपए का शुल्क लेता है. यह स्पष्ट है कि इस तरह की पहल के बाद अब लोगों को यात्रा (Mata Vaishno Devi) करने में काफी सुविधा होगी और उनका समय भी काफी बचेगा.
पैकेज के तहत लिया जाएगा शुल्क
माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) के दर्शन करने के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने कहा है कि तीर्थ यात्री वेबसाइट से हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठा सकते हैं. इसके लिए लोगों को दो प्रकार की पैकेज उपलब्ध कराई जा रही है. उसी दिन वापसी पैकेज और अगले दिन वापसी पैकेज. आप अपनी सुविधा के अनुसार पैकेज चुन सकते हैं. दरअसल जम्मू से सेवा चुनने वाले तीर्थ यात्री दो पैकेज में से चयन कर सकते हैं.
उसी दिन वापसी के लिए प्रति यात्री ₹35000 और अगले दिन वापसी के लिए प्रति यात्री ₹60000 का शुल्क लिया जाएगा. नई सेवा के लिए उद्घाटन उड़ान सुबह 11:00 के आसपास जम्मू हवाई अड्डे से रवाना हो चुकी है, जो मंदिर (Mata Vaishno Devi) के नए रास्ते के साथ पंछी हेलीपैड पर उतरी.
अब आसान होगा Mata Vaishno Devi के दर्शन
आपको बता दे कि समय की कमी का लगातार सामना करने के बाद आखिरकार श्री माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) श्राइन बोर्ड की ओर से यह कदम उठाया गया है. यह हेलीकॉप्टर सेवा श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष और उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश पर शुरू की गई है. ऑपरेशन पर तीर्थ यात्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर बोर्ड भविष्य में इसके विस्तार पर विचार करेगा लेकिन फिलहाल इस तरह की सुविधा से लोगों में काफी उत्साह है और जिन लोगों को आवागमन में किसी तरह की परेशानी हो रही थी, वह अब इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.