Kerala Wayanad Landslide: इस वक्त देखा जाए तो केरल के वायनाड (Wayanad Landslide) में जो भूस्खलन हुआ है, उसे लेकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए हैं जहां मृतकों का आंकड़ा हर समय बढ़ता ही जा रहा है. आपको बता दे की 30 जुलाई की सुबह केरल के वायनाड (Wayanad Landslide) में भूस्खलन हुआ जिससे अब तक 184 लोगों की जाने जा चुकी है और दर्जनों लोगों का अभी तक कोई अता पता नहीं चल पाया है.
एनडीआरएफ की चार टीम, नेवी की एक टीम, तटरक्षक बलों की तीन यूनिट, अग्नि शमन सेवाएं, राज्य पुलिस स्थानीय इमरजेंसी रिस्पांस टीम समेत लगभग 1200 कर्मी राहत बचाव अभियान में 24 घंटे कार्य कर रहे हैं. साथ ही साथ राज्य सरकार को 145 करोड़ की राशि भी प्रदान की गई है.
जारी है बचाव कार्य
लगातार अपनी जान पर खेलकर लोगों को बचाया जा रहा है, जिसमें सेना के डॉग स्क्वॉड को भी तैनात किया गया है. इसके साथ ही साथ सेना की मेडिकल टीम भी घटनास्थल (Wayanad Landslide) पर मौजूद है और घायलों को चिकित्सा प्रदान कर रही है. इस वक्त भूस्खलन के बाद स्थिति ऐसी है कि जहां सैलानी घूमने आते थे वहां मौत घूम गई. यह आपदा आती नहीं अगर जलवायु ना बदलते हम. इस वक्त देखा जाए तो मुंडाक्काई और चूरालमाला गांव पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं. जैसे केदारनाथ में राम बाड़ा पूरी तरह से साफ हो गया था. कई जगहों पर घर और अन्य कार कीचड़ पर बोल्र्डर्स के बीच फंसी दिख रही है.
गौतम अडानी ने बढ़ाया मदद का हाथ
आपको बता दे कि केंद्र के साथ-साथ अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी भी वायनाड लैंडस्लाइड (Wayanad Landslide) पर अपनी नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने केरल के साथ खड़े रहने का वादा किया है. आपको बता दे की गौतम अडानी ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 5 करोड रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. आपको बता दे कि इस वक्त जो लोग बचे हैं वह पागलों की तरह अपने परिवार वालों को खोजने के लिए मलबो को हटा रहे हैं. कुछ परिवार वाले तो ऐसे हैं जिनमें मात्र एक ही व्यक्ति बचा है और बाकी सब लोग मारे गए हैं. हर तरफ ढूंढने पर भी उन्हें कोई अपना नहीं मिल रहा है.