Loksabha Speaker: Om Birla बने 18वीं लोकसभा के स्पीकर, संसदीय इतिहास में पहली बार स्पीकर के लिए हुआ चुनाव

On: Wednesday, June 26, 2024 12:41 PM
Om Birla

संसदीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ. 18वीं लोकसभा के स्पीकर के तौर पर ओम बिरला (Om Birla) को चुना गया है. आपको बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले स्पीकर पद के लिए ओम बिरला का नाम सामने रखा था लेकिन विपक्ष को यह मंजूर नहीं हुआ और इंडिया ब्लॉक ने के सुरेश को उतारा था. विपक्ष ने अपने लिए डिप्टी स्पीकर का पद मांगा था जिसके लिए सत्तारूढ दल तैयार नहीं हुआ. तकरार बढ़ने पर इंडिया ब्लॉक ने स्पीकर का चुनाव कराने का फैसला लिया.

आपको बता दे कि लोकसभा स्पीकर (Om Birla) के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव पेश किया जिस पर राजनाथ सिंह ने भी उनका समर्थन किया है. इससे पहले केंद्र सरकार की ओर से विपक्षी दलों के साथ सहमति बनाने की कोशिश जरूर की गई लेकिन बात नहीं बनी.

पहली बार पक्ष- विपक्ष एक साथ आए नजर

ओम बिरला (Om Birla) के स्पीकर चुने जाते हैं जो तस्वीर सामने आई उसे देखकर हर कोई हैरान है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी एक साथ आकर उन्हें बधाई देते नजर आए. अगर देखा जाए तो 10 साल में पहली बार ऐसा है जब दोनों आधिकारिक तौर पर किसी एक काम के लिए साथ आए हैं. दोनों नए स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) को आसन तक ले गया और उन्हें पदभार ग्रहण कराया.

इस वक्त लोकसभा में राहुल गांधी नेता विपक्ष है. 10 साल से लोकसभा में यह पद रिक्त रहा है. ऐसे में पहली बार राहुल गांधी का संसदीय दमखम दिखा है यानी कि अब सरकार के कई अहम फैसले पर वह केंद्र को घेरने के लिए अब पूरी तरह से तैयार नजर आ रहे हैं.

कौन है Om Birla जो दूसरी बार बने स्पीकर

ओम बिरला (Om Birla) लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर बनाए जाने पर काफी चर्चा में नजर आ रहे हैं. आपको बता दे कि उन्होंने अपना पहला चुनाव साल 2003 में कोटा विधानसभा सीट से लड़ा था और तीन बार वह राजस्थान विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं. अब लगातार तीसरी बार संसद के लिए निर्वाचित हुए हैं. पहली बार 19 जून 2019 को सर्वसम्मति से 17वीं लोकसभा के अध्यक्ष के लिए वह निर्वाचित हुए थे और अब 26 जून 2024 को उन्होने लोकसभा अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में विपक्ष उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की है.ओम बिरला की उपलब्धियां में इस बात को गिना जा सकता है.

उनके नेतृत्व में संसद के नए भवन का निर्माण हुआ. साथ ही साथ 17वीं लोकसभा की उत्पादकता 97% रही जो पिछले 25 वर्षों में सबसे ज्यादा है. इसके अलावा 17वीं लोकसभा के दौरान 222 विधायक कानून बने जो पिछले तीन लोकसभा में सबसे ज्यादा बताए जाते हैं. श्री ओम बिरला (Om Birla) की पहल पर देर रात तक सदन का संचालन होता है जिसमें सभी सदस्य सहयोग करते हैं. इतना ही नहीं ओम बिरला की पहल पर संसद में मिलने वाले भोजन की सब्सिडी समाप्त कर दी गई है. संसद में पारित अगर महत्वपूर्ण कानून की बात करें तो 2019 में धारा 370, इसी साल सीएए और तीन तलाक कानून का मुद्दा जोरों से उठाया गया था.

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